मालवा-दर्पण न्यूज/आगर-मालवा। बाबा बैजनाथ धाम आगर-मालवा जन-जन की आस्था का केंद्र है। देश ही नहीं विदेशी भी भगवान आशुतोष के धाम की महता से परिचित होते रहे है। इसी का परिणाम का है कि अंग्रेज फौजी शासक कर्नल मार्टिन ने यहां सपत्नीक नतमस्तक होकर सर्वप्रथम मंदिर निर्माण करवाया था। बैजनाध धाम आगर में भक्तों का आना-जाना बना रहता है। यहां अखंड रामायण पाठ भी निरंतर 44 वर्षों से चल रहा है। इस कारण आसपास के अनेकों भक्त यहां रात्रि विश्राम भी करते है। हर माह की शिवरात्रि को सैकड़ों भक्त रात्रि में भजन करते है। लॉकडाउन की अवधि को छोड़ दे तो यहां भंडारे का आयोजन भी यहां हर शिवरात्रि को होता है। यहां यात्रियों को ठहरने के लिए व्यवस्थित धर्मशाला व कक्ष नहीं है, जहां रात्रि में विश्राम कर सके। वर्षा ऋतु में तो यह समस्या विकट हो जाती है, क्योंकि मंदिर से लगी हुई मठ धर्मशाला ही एक मात्र जगह है, जहां हर जगह पानी टपकता है। इस कारण यात्री रात्रि विश्राम नहीं कर सकते है। पूरी रात्रि में बैठकर अपना समय पास करते है। यद्यपि विकास की यहां कई योजनाएं बनी, लेकिन पूृर्ण रूप से कार्यरूप में आज तक कोई परिणीत नहीं हुई। जनप्रतिनिधियों ने विगत 15 वर्षों में करोड़ों की घोषणाएं की, वादे किए, किंतु आज तक कोई व्यवस्थित निर्माण यहां नहीं हो सका।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी की थी पर्यटन स्थल की घोषणा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान सितंबर 2014 में बैजनाथ धाम आए थे। उस दिन पुरानी कृषि उपज मंडी मंच से उन्होंने बैजनाथ धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी, जिसे दूसरे दिन समाचार पत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था 'बैजनाथ धाम बनेगा पर्यटन स्थलÓ, किुंत इसमें कोई विशेष प्रगति नहीं हो पाई। सिंहस्थ 2016 के मद्देनजर पर्यटन विकास निगम द्वारा एक भवन अवश्य बनाया गया है जो जन सामान्य के ठहरने हेतु उपयोग में नहीं लिया जा सकता। यद्यपि बैजनाथ से जुड़े भक्त समय-समय पर इस हेतु प्रयास करते आए है पर निरंतर प्रयास नहीं होने के कारण विशेष सफलता नहीं मिली है।
करोड़ों की डीपीआर बनी, पर नहीं हुआ काम
यद्यपि बैजनाथ धाम में सौंदर्यीकरण के लिए विधायक गोपाल परमार के समय 21 करोड़ की डीपीआर तैयार कराई गई। तत्कालीन कलेक्टर श्री डीवी सिंह के समय बनाई गई इस डीपीआर के अनुसार यहां कोई विशेष कार्य नहीं हो पाया। कलेक्टर डीवीसिंह ने यद्यपि रूचि लेकर यहां कार्य शुरू कराया। उसी कार्य को कलेक्टर श्री अजय गुप्ता ने भी जारी रखा, जिससे बैजनाथ धाम में सौंदर्यीकरण के कार्यों को गति मिली। उसके बाद कलेक्टर श्री संजय कुमार के नेतृत्व में बैजनाथ व्यवस्था प्रभारी नोडल अधिकारी श्री राजेश सरवटे ने अनेक सौंदर्यीकरण के कार्य कराए। सप्तऋषि मंदिर, नवगृह मंदिर निर्माण, वृंदावन गार्डन, छायादार टीनशेड, हाईमास्ट लाईट जैसे अनेक महत्वपूर्ण कार्य हुए। वर्तमान में कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा के नेतृत्व में सौंदर्यीकरण के कार्य निरंतर जारी है, किंतु मूल समस्या जो यात्रियों को ठहरने की उस पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
कर्मचारी पर्याप्त, पर व्यवस्था फिर भी मंदिर अनुरूप नहीं
बैजनाथ धाम में कर्मचारियों की कमी नहीं है, किंतु फिर भी व्यवस्था के नाम पर यहां हमेशा अंगुली उठती रही है। दिनांक 23-08-2020 को प्रात: 11 बजे के कुछ फोटोग्राफ है, जो यहां के कर्मचारियों की कर्तव्य परायणता को दर्शा रहे है। कुल मिलाकर बैजनाथ धाम से जुड़े भक्तों एवं यहां से संबंधित व्यवस्था अधिकारी को विशेष ध्यान देकर यात्रियों के ठहरने हेतु कक्ष निर्माण, धर्मशाला निर्माण करने हेतु भगीरथी प्रयास करने होंगे, जिसे आने वाले समय में इस विश्व प्रसिद्ध बैजनाथ धाम को हम इसकी मर्यादानुरुप विकसित कर सके।