मंगलनाथ पहाड़ी एवं पर्यटन भवन पीछे की पहाडिय़ों का क्षरण रोकने के लिए शीघ्र हो प्रयास


रामेश्वर कारपेंटर
मालवा-दर्पण न्यूज। बाबा बैजनाथ धाम में लगभग 5-6 वर्षों पहले पर्यटन भवन बनाने के लिए जो पहाडिय़ा काटी गई थी। धीरे-धीरे प्रतिवर्ष होने वाले वर्षा ऋतु में मिट्टी के कटाव के कारण पहाडिय़ों का स्वरूप विकृत होता ही जा रहा है, साथ ही वर्षा ऋतु में पहाडिय़ों से बहकर आने वाली पीली मिट्टी भी एक समस्या बन जाती है, साथ ही मंगलनाथ प्राचीन मंदिर है जो उसके आसपास की पहाडिय़ा का भी क्षरण लगातार हो रहा है। भविष्य में मंदिर को भी खतरा हो सकता है। ऐसी दशा में मंगलनाथ पहाड़ी से लगाकर के पर्यटन भवन तक व्यवस्थित दीवार बनाकर या पत्थरों से पिचिंग कराकर पहाड़ी के क्षरण को रोकना आवश्यक हो गया है। यद्यपि आगर क्षेत्र में दानदाताओं की कमी नहीं है। कुछ ही दिनों बाद आगर में विधानसभा उपचुनाव होने वाले है। अनेक दावेदार बाबा बैजनाथ में मन्नत हेतु लगातार आते है। लाखों रुपए के बैनर, पोस्टर हर कार्यक्रम में लगा देते है। यदि सभी नागरिक एवं बैजनाथ भक्त एवं चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी यदि थोड़ा-थोड़ा भी सहयोग करे तो निश्चित ही यह कार्य सुविधानजक हो सकता है। बाबा बैजनाथ धाम से जुड़े भक्तों एवं जनप्रतिनिधियों से लेखक का यही निवेदन है यदि थोड़ा-थोड़ा सा भी अंशदान इस पुण्य कार्य हेतु देंगे तो निश्चित ही आने वाले समय में यह विकट समस्या निश्चित ही दूर हो जाएगी, साथ ही पुरानी सुंदर प्राकृतिक पहाडिय़ा पुन: अपने सुंदर स्वरूप में आ जाएगी। मंदिर से जुड़े प्रशासन के अधिकारियों को भी इस ओर प्रयास और तेज करने होंगे। यदि सब मिलकर आपसी सामंजस्य से कार्य करे तो कार्य कितना भी बड़ा हो अवश्य पूरा हो जाता है। 
जय बाबा बैजनाथ,
जय बाबा मंगलनाथ