आगर में जंजीरों से जकड़े हैं भैरवनाथ, करते हैं भक्तों की मनोकामना पूर्ण



मालवा-दर्पण न्यूज/आगर-मालवा। बाबा बैजनाथ महादेव की नगरी आगर-मालवा में बाबा बैजनाथ धाम के साथ-साथ अनेक प्रसिद्ध देव मंदिर है। इसी में मोतीसागर किनारे बाबा केवड़ा स्वामी भैरवनाथ की विशाल प्रतिमा स्थापित है। जहां देशभर से भक्त आते है। इतिहासकारों के अनुसार गुजरात राज्य के झालावंश के राजपूतों के आराध्य के रूप में पूजे जाने वाले भैरवनाथ सभी के आस्था के केंद्र है। यहां प्रतिदिन सैकड़ों दर्शनार्थी आते है। आज गुरु पूर्णिमा के पर्व पर प्रात: से स्थानीय एवं बाहर से आने वाले भक्तों की भीड़ लग गई है। भैरवनाथ को एक बड़ी लकड़ी की आड़ में जंजीरों से बांध रखा है। मान्यता है कि बाबा भैरवनाथ बालरूप लेकर भक्तों को परेशान करते थे। किसी के कपड़े, किसी के सामान गायब कर देते थे। एक तांत्रिक ने बड़ी लकड़ी आड़ में लगाकर जंजीर से बांधकर बाबा को उस लकड़ी से बाहर आने की आन दे दी। उसके बाद बाबा भैरवनाथ उस लकड़ी के अंदर ही रहकर हजारों भक्तों की मन्नत पूरी करते हैं। यहीं पर केवड़ा के विशाल बगीचे भी है। इन केवड़ा बगीचों के कारण ही लोग इन्हें केवड़ा स्वामी भैरवनाथ बोलते है।