मालवा-दर्पण न्यूज/आगर-मालवा। कोरोना संक्रमण के कारण जहां एक और दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है, वहीं भारत में भी इस संक्रमण को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन की अवधि के लगभग 50 दिवस होने वाले है। इस दौरान कई जगह लॉकडाउन में अनेक दृश्य देखने को मिल है। कहीं संपूर्ण लॉकडाउन तो कहीं-कहीं लॉकडाउन को भंग करते लोग। कहीं सुरक्षाकर्मियों, डॉक्टरों, नर्सों पर हमला करते लोग, पत्थर मारते लोग, कहीं-कहीं इस अवधि में सुरक्षाकर्मियों को घायल भी होना पड़ा। इतना सब होते हुए आज हमारे देश में कोरोना संक्रमण के मामले दिनरात बढ़ रहे है। कोरोना संक्रमण के मामले हमारे देश में 67 हजार के पार हो चुके है। आने वाले समय के लिए ये आंकड़े निश्चित ही चिंता के कारण है। अभी भी समय है हमें बीते समय से सबक लेना होगा। तन से नहीं मन से लॉकडाउन होना होगा। हमारे मन में उठने वाले भावों को कंट्रोल करना होगा। हमें दृढ़ संकल्प लेना होगा कि हम शासन के नियमों का पूरे मन से पालन करेंगे। शासन के कार्यों में सहयोग करेंगे। असहयोग करने वालों के खिलाफ शासन के साथ खड़े रहेंगे। यह लड़ाई लंबी है। कोरोना संक्रमण से मुक्ति पाने के लिए लंबे समय तक लडऩा होगा हमें। इसके लिए जरूरी है हम लक्ष्मण रेखा के अंदर ही रहे। लक्ष्मण रेखा के अंदर ही रहकर हम कोरोना रूपी रावण से स्वयं की रक्षा कर सकत है। यदि हमने लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन किया तो कोरोना रूपी रावण अपने मकसद में कामयाब हो जाएगा। उसका परिणाम केवल और केवल महाविनाश ही होगा। इसके लिए जरूरी है हम अपने मन पर कंट्रोल करें। बिना काम के कहीं न जाएं। काम के बाद तुरंत घर पर लौटे, मास्क का उपयोग करें। शारीरिक दूरियां बनाकर रखें। खुद भी सुरक्षित रहे और दूसरों को भी सुरक्षित रखने में मदद करें। यदि हम अपने मन पर कंट्रोल करते, शासन के नियमों का पालन करते तो आज हमें इस प्रकार कड़कती धूप में लाइन में नहीं लगना पड़ता।
तन से नहीं मन से होना होगा लॉकडाउन कोरोना को हराने के लिए