खुशियों की दास्तां : कोरोना योद्धा के रूप में अपने कर्तव्यों को बखूबी निभा रहे है लैब टेक्नीशियन


मालवा-दर्पण न्यूज/आगर-मालवा।
वैश्विक महामारी के इस दौर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच चिकित्सक से लेकर सफाई कर्मी तक सभी जी-जान से जुटे हुए हैं। कोरोना के खतरे के बीच ये सभी अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं, लेकिन कोरोना की इस लड़ाई में सबसे कठिन कार्य कर रहे हैं, लैब टेक्नीशियन। सभी लैब टेक्नीशियन कोरोना संक्रमण प्रसार के खतरे के बीच भी कोरोना संक्रमित या इसके संदिग्ध मरीजों का सैंपल एकत्रित कर रहे हैं। आगर मालवा जिला अस्पताल में लैब टेक्नीशियन श्रीमती स्मिता चतुर्वेदी एवं उनकी टीम द्वारा सैंपल कलेक्शन में सराहनीय कार्य किया है। स्मिता एवं उनकी टीम द्वारा अब तक 363 से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।  स्मिता कहती है कि कोरोना मरीज की पहचान से लेकर इलाज तक की प्रक्रिया में लैब तकनीशियन का जांच कार्य एवं कोरोना मरीजों के सैंपल लेने का कार्य अत्यधिक जोखिम भरा होता है। स्मिता अपने आप को सुरक्षित रखते हुए पीपीई किट पहनकर पूरी सावधानी पूर्वक मरीजों का सैंपल लेने का कार्य कर रही है। स्मिता कहती है कि वह सुबह अपने छोटे-छोटे बच्चों को घर पर चाय बिस्किट देकर अपने कर्तव्य स्थल के लिए निकल जाती हैं और फिर अपनी टीम के साथ मिलकर मरीजों की जांच करने में लग जाती है। उनका कहना हैं की देश में सीमा पर हमारे जवान प्रत्यक्ष दुश्मनों से जंग लड़ते है, परंतु हम अप्रत्यक्ष दुश्मन से जंग लड़ रहे है।  जब पूरे विश्व पर कोरोना का संकट छाया हुआ है तो हम लोग इससे कैसे मुंह मोड़ सकते हैं। आज हमे सेवा का अवसर मिला है। हमें अपनी जिम्मेदारी का निवर्हन तो हर हाल में करना ही है। 
जिला अस्पताल की लैब टेक्नीशियन संध्या ठाकुर कहती हैं, पहली बार जब सैंपल कलेक्शन कर रही थी तो, उनके मन मे एक डर था। लेकिन अब तो हर रोज के कार्यो में सैंपल कलेक्शन करना शुमार हो गया है। हम सब पूरी निष्ठा और सतर्कता पूर्वक मरीजों की सेवा करने में लगे है। संध्या का कहना है कि उन्हें उनके परिवार के सभी लोगों के हौंसला बढ़ाने की वजह से कोरोना मरीजों की जांच में पूरे उत्साह से दिन रात लगी रहती हैं। कभी-कभी गली-मोहल्ले के लोग हौसला अफजाई के लिए ड्यूटी पर जाते वक्त ताली बजाकर हमारा जब उत्साहवर्धन करते हैं तो हमें आत्म गौरव महसूस होता है और अधिक लगन से कार्य करने की इच्छाशक्ति जागृत होती है। जिला अस्पताल में एक ओर लेब टेक्नीशियन श्री रामकिशन योगी कहते है कि हम मरीजों कि सेवा को अपना धर्म मानते है। आज इस संकट की घड़ी में हमे किसी भी रूप में सही पर देश सेवा का अवसर मिला है। रामकिशन के साथ-साथ ही लेब टेक्नीशियन अक्षय रावल, और राधेश्याम मालवीय भी मरीजों के सैंपल लेने एवं लेबोरेटरी परीक्षण के लिए पहुंचाने में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बखूबी कर रहे है।