मालवा-दर्पण न्यूज/आगर-मालवा। देश में लॉकडाउन को सभी अपनी-अपनी नजर से देख रहे है, किंतु देश मे यदि समय पर लॉकडाउन न किया जाता तो परिणाम अत्यंत घातक हो सकते थे। जरा विदेशी आंकड़ों पर नजर डाले इसका अंदाज लग जाएगा। इटली जो इस समय कब्रिस्तान बन चुका है, अमेरिका सबसे शक्तिशाली देश घुटने टेक चुका है, जहां बड़े-बड़े चर्च अस्पताल बना दिए गये है, फिर भी लाशों को ट्रकों में भरकर ले जाना पड़ रहा है। ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन अधिकतर देशों में इस हालात के लिए वे स्वंय दोषी है, क्योंकि कोरोना वायरस के लिए आज तक कारगर दवाई नहीं मिली है। कुछ मरीज ठीक जरूर हो रहे है, पर यह संख्या बहुत ही कम है। लॉकडाउन ही इसको रोक सकता है। समय पर लॉकडाउन होने के कारण आज देश में हालात बदतर नहीं हुए है। यदि समय पर लॉकडाउन नहों होता तो हमारी हालत भी इटली, अमेरिका से बदतर हो जाती। वैज्ञानिकों को द्वारा शोध के अनुसार ४९ की लॉकडाउन अवधि से कोरोना पर नियंत्रण पाना संभव हो सकता है।
समय पर लॉकडाउन न होता तो क्या होता