हमारे पूरे प्रयास आगर जिला रहे कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त : कलेक्टर संजयकुमार


जिला आगर-मालवा कोरोना संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित है। इसी संदर्भ में प्रशासन द्वारा किये गए प्रयासों के संबंध में 11 अप्रैल को आगर जिला कलेक्टर महोदय श्री संजय कुमार से साप्ताहिक मालवा-दर्पण के संपादक की बातचीत के मुख्य अंश
माननीय कलेक्टर महोदय सर्वप्रथम आपको इस बात के लिये धन्यवाद है कि आपके निर्देशन में किये गए सफल प्रयासों के कारण आज जिला पूरी तरह से कोरोना संक्रमण से मुक्त है।
प्रश्न: आपके द्वारा वे कौन-कौन से सकारात्मक प्रयास किए गये, जिनके कारण आगर जिला कोरोना महामारी से पूर्ण रूप से मुक्त है?
उत्तर:- कोरोना वायरस भारत में आने से पहले विदेशों में बहुत बड़े पैमाने पर फैल चुका था। इसी संदर्भ में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में 25 मार्च से सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की। इसके मद्देनजर हमारे द्वारा निम्न प्रयास किये गए:-  
1. सर्वप्रथम हमने लॉकडाउन को दृष्टिगत रखते हुए रिस्पोंस टीमों का गठन किया, जिसमें विशेषकर नगरीय क्षेत्र आगर, बड़ौद, सुसनेर, नलखेड़ा, सोयत, कानड़ के लिए दल गठित किए। 
2. चूंकि कोरोना संक्रमण की कोई कारगर दवाई अभी तक नहीं मिल पाई थी। ऐसे में संपूर्ण लॉकडाउन ही इसके लिये बेहतर उपाय हो सकता था। लोग घरों से बाहर न निकले। इसके लिये हमने व्यापक प्रशासनिक तैयारियां की। इसके तहत वे जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री के लिए प्रशासनिक टीम तैयार कर भोजन के पैकेट एवं राशन सामग्री जरूरतमंदों के घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था प्रशासन स्तर से की गई।
3. ऐसे कठिन समय में सामाजिक संस्थाओं का भी योगदान लेकर इस कार्य को बेहतर ढंग से करने के पूरे प्रयास किये गए। हमारा प्रयास यही था कि लोग घरों से नहीं निकले। इसके लिये हमने स्वयं उपस्थित होकर तथा प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों की टीम ने स्वयं पहुंचकर जरूरतमंदो को भोजन प्रदान कराया।
4. ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवारों एवं अन्य दलों द्वारा नाकेबंदी कराई गई एवं समस्त जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं स्व-सहायता समूह द्वारा खांसी, सर्दी, बुखार नि:शक्त भूखे व्यक्तियों की डोर-टू-डोर जानकारी ली गई। यह कार्य निरंतर जारी है। 
5. कोरोना संक्रमण को देखते हुए नगरपालिका एवं जनपद पंचायत द्वारा नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को विभिन्न प्रकार के कोरोना से संबंधित (बचाव एवं उपाय) के पेम्प्लेट वितरित किए जा रहे हैं, साथ ही किराना सामान, दूध, मेडिकल, दवाईयों की भी डोर-टू-डोर सप्लाई की जानकारी भी दी जा रही है।
6. बाहर से आने वाले मजदूरों की डॉक्टरों द्वारा जांच की गई एवं उन्हें सुरक्षित पाये जाने पर प्रशासन द्वारा उनके गंतव्य स्थान पर भेजा गया।
7. जिले में स्थित राहत शिविर में प्रशासन द्वारा जरूरतमंदों के लिये प्रतिदिन भोजन के पैकेट बनवाकर वाहनों द्वारा प्रशासन के माध्यम से जरूरतमंदो तक पहुंचाए जा रहे हैं।
8. प्रशासन द्वारा लगाये गए स्वास्थ्य शिविर में 375 व्यक्तियों की जांच की जा चुकी है। जिसमें कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है,  जिन लोगों में जांच के बाद खांसी, सर्दी के लक्षण मिले हैं, उन्हें 14 दिन के लिये क्वारेंटाइन में रखा है। स्वस्थ होने पर उन्हें उनके घर भेज दिया जाएगा।
9. चूंकि आगर जिले की सीमाएं राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन एवं रतलाम जिले से मिलती है। साथ ही राजस्थान का झालावाड़ जिले की सीमा भी जिले से मिली हुई है। चूंकि राजस्थान के झालावाड़ जिले में, उज्जैन जिले में एवं शाजापुर जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आगर मालवा जिले की सीमाओं को सम्पूर्ण रूप से सील कर दिया गया है। जहां-जहां आगर जिले की सीमाएं अन्य जिलों से मिलती है, उन सभी कच्चे-पक्के रास्तों को बंद कर वहां जवाबदार अधिकारियों, कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। 
10. संकट की इस घड़ी में प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं एवं दानदाता भी लगातार आगे आ रहे हैं। ऐसे दानदाताओं को हमारे द्वारा प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया जा रहा है। हमारा पूरा प्रयास है कि आगर जिला कोरोना संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। 
-आप सब अपने-अपने घरों में रहें, सुरक्षित रहें