मालवा-दर्पण न्यूज/आगर-मालवा। देश के कई राज्यों के छात्र राजस्थान के कोटा शहर में अध्ययन हेतु जाते है। कोटा शहर देशभर में कोचिंग क्लासेस के लिए मशहूर है। इसके कारण अन्य प्रदेशों के साथ-साथ मध्यप्रदेश के कई छात्र कोटा में अध्ययनरत है। मध्यप्रदेश का आगर-मालवा जिला राजस्थान के झालावाड़ से लगा हुआ है और कोटा से आने वाले छात्रों के लिए मध्यप्रदेश का प्रवेश द्वार भी है। चंूकि सभी राज्य सरकारें अपने स्तर से छात्रों को अपने प्रदेश में लाने की व्यवस्था कर रही है। सुरक्षा की दृष्टि से बाहर से आने वाले छात्रों का चेकअप भी जरूरी है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए राजस्थान-मध्यप्रदेश सीमा चवली बार्डर जो कि आगर जिले का आखिरी छोर है। प्रशासन ने छात्रों के ठहरने एवं जांच के लिए व्यापक इंतजाम किए है। दिनांक 20 अप्रैल को सुसनेर एसडीएम मनीष जैन एवं एसडीओपी सुसनेर ने निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
एसडीएम ने किया निरीक्षण कोटा से आने वाले छात्रों के लिए की जाने वाली व्यवस्था की तैयारियों का